डिजिटल हेल्थ के इस युग में डेटा सुरक्षा और मरीजों की गोपनीयता सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बन चुकी है। इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड (EHR), टेलीमेडिसिन, हेल्थ ऐप्स और डिजिटल इंश्योरेंस सिस्टम के बढ़ते उपयोग के साथ साइबर हमलों और डेटा चोरी का खतरा भी बढ़ गया है।
यहीं पर ब्लॉकचेन तकनीक (Blockchain Technology) हेल्थकेयर सेक्टर के लिए एक क्रांतिकारी समाधान के रूप में उभर रही है।
AIHMS जैसे संस्थान भविष्य के हेल्थकेयर मैनेजर्स को ऐसी उभरती तकनीकों के लिए तैयार कर रहे हैं।
ब्लॉकचेन क्या है? (सरल भाषा में)
ब्लॉकचेन एक डिसेंट्रलाइज़्ड डिजिटल लेज़र सिस्टम है जिसमें डेटा को सुरक्षित और स्थायी रूप से रिकॉर्ड किया जाता है।
ब्लॉकचेन की विशेषताएँ:
- 🔐 डेटा में छेड़छाड़ संभव नहीं
- 👁️ पारदर्शिता और ट्रेसबिलिटी
- 📜 उच्च स्तर की सुरक्षा
हेल्थकेयर में डेटा सुरक्षा क्यों ज़रूरी है?
हेल्थकेयर डेटा में शामिल होता है:
- मरीज की व्यक्तिगत जानकारी
- मेडिकल हिस्ट्री और रिपोर्ट्स
- इंश्योरेंस और बिलिंग विवरण
डेटा लीक होने से मरीजों की सुरक्षा और संस्थानों की विश्वसनीयता दोनों को खतरा होता है।
ब्लॉकचेन हेल्थकेयर डेटा को कैसे सुरक्षित बनाता है?
1️⃣ डिसेंट्रलाइज़्ड डेटा स्टोरेज
डेटा कई नेटवर्क नोड्स में सुरक्षित रहता है, जिससे हैकिंग का जोखिम कम होता है।
2️⃣ मरीज को डेटा पर नियंत्रण
मरीज तय करता है कि उसका डेटा कौन और कब देख सकता है।
3️⃣ मेडिकल रिकॉर्ड की स्थिरता
एक बार रिकॉर्ड होने के बाद डेटा बदला नहीं जा सकता।
4️⃣ सुरक्षित डेटा शेयरिंग
हॉस्पिटल, लैब और इंश्योरेंस कंपनियाँ सुरक्षित तरीके से डेटा साझा कर सकती हैं।
हेल्थकेयर में ब्लॉकचेन के उपयोग
- इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड (EHR)
- दवा सप्लाई चेन ट्रैकिंग
- हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम प्रोसेसिंग
- क्लीनिकल रिसर्च और ट्रायल्स
- सरकारी हेल्थ प्रोग्राम
ब्लॉकचेन से जुड़े करियर अवसर
- हेल्थकेयर IT मैनेजर
- डेटा सिक्योरिटी ऑफिसर
- डिजिटल हेल्थ कंसल्टेंट
MHA और MPH ग्रेजुएट्स के लिए यह क्षेत्र अत्यंत संभावनाशील है।
निष्कर्ष
ब्लॉकचेन तकनीक हेल्थकेयर में डेटा सुरक्षा और पारदर्शिता का भविष्य है। जो प्रोफेशनल्स इस तकनीक को समझते हैं, वे आने वाले वर्षों में हेल्थकेयर लीडर बनेंगे।
अधिक जानकारी के लिए AIHMS Blog पढ़ते रहें।
